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नरेश ठक्कर एक ऐसे बांसुरी वादक जो धुन से करते है गायों का इलाज जानें पूरी प्रोसेस कैसे ठीक होती है गाय

Full Biography Of Flute Player Naresh Thakkar, He Treats Cows With The Tune Of Flute

आपने म्यूजिक थेरेपी का नाम तो सुना होगा जिससे इंसानों का इलाज किया जाता है और अब ये थेरेपी इंसानों तक सीमित नहीं रही इसका उपयोग अब गौवंश पर भी किया जा रहा है। 

आज हम ऐसी ही शख्सियत के बारे में बात करने वाले है जो गुजरात के नडियाद के रहने वाले है नाम है नरेश ठक्कर और उनके बेटे करण ठक्कर भी इसी काम को आगे बढ़ा रहें है। 

नरेश और उनके बेटे करण ठक्कर दोनो ने अबतक किया 1 लाख गायों का इलाज

नरेश और करण ने अपनी बांसुरी की धुन से 1 लाख से ज्यादा गायों का इलाज कर चुके है और पिछले 25 सालों से यह काम कर रहें है। 

नरेश अलग अलग गोशालाओं में जाकर अपनी धुन सुनाते है जिससे गायें जल्दी ठीक हो जाती है उनके बेटे करण ठक्कर तो अभी मात्र 8 वर्ष के है लेकिन उन्होंने भी संगीत अपने पिता से सीख लिया है। 

धुन रिकॉर्ड कर अलग अलग गौशालाओं में भेजने का है विचार

अब नरेश और उनके बेटे करण दोनो मिलकर बांसुरी की धुन रिकॉर्ड कर उन्हें फ्री में देश भर की अलग अलग गौशालाओं में भेजेंगे ताकि देश की सभी गायों की इस थेरेपी का लाभ मिल सके। 

नरेश से बात करने पर उन्होंने कहा की हर बीमारी के लिए अलग अलग राग होता है और बीमारी के हिसाब से ही टाइम ड्यूरेशन भी अलग होता है और ये थेरेपी अच्छे से काम करती है। 

3 तरह के ऑडियो से करते है गायों का इलाज 

नरेश ठक्कर अब तीन तरह के ऑडियो पर काम कर रहें है जिसमें बछिया बछड़े और बड़े पशुओं के साथ दुधारू पशुओं के लिए भी ऑडियो रिकॉर्ड करेंगे और ये एक घंटे का होगा। 

गौशालाओं की यह भी बताया जाएगा कि कौनसी धुन कितनी देर बजाने पर किस रोग में काम करेगी। 

सभी स्वर वृंदावनी स्वर में बांसुरी से निकाले जाते है जिससे गायें ठीक हो जाती है। 

गायों में कैसे करती है म्यूजिक थेरेपी काम 

करण ठक्कर ने बताया की वे एक गौशाला में म्यूजिक थेरेपी करने के लिए गए लेकिन गाय खड़ी नही हो पा रही थी लेकिन जैसे ही 10 मिनट तक बांसुरी की धुन सुनाई गई गाय खड़े होने की कोशिश करने लगी। 

दैनिक भास्कर को डॉक्टर धर्मेंद्र महिडा वेटनरी एक्सपर्ट ने बताया "मेलेटोनिन व ऑक्सीटोसिन हार्मोन के स्राव जब पिट्यूटरी ग्रंथि से ट्रिगर होते हैं, तब स्ट्रेस लेवल कम होने से पशु के स्वास्थ्य में बदलाव देखने को मिलता है। बांसुरी के सुर से स्ट्रेस लेवल घटता है, जिससे बीमारी ठीक होती है।" 

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मैं निशु राजपूत अलवर राजस्थान का रहने वाला हूं पढ़ाई में एम.ए. कर चुका हूं और बहुत सालों से क्रिकेट से संबंधित और स्टूडेंट्स के लिए सरकारी नौकरी और योजनाओं की जानकारी दे रहा हूं।

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