- लालदुहोमा एक ऐसा नेता जिसने सांसदी छोड़ दी लेकिन कांग्रेस में नही रहे।
- इंदिरा के सुरक्षा प्रमुख ने मिजोरम से कांग्रेस को उखाड़ फेंका।
- सिर्फ 5 साल पुरानी पार्टी ने जीता मिजोरम।
- आज हम ऐसे ही नेता के बारे में सब कुछ जानेंगे तो पूरा लेख जरूर पढ़ना।
लालदुहोमा (Lalduhoma) क्यों चर्चा में है?
मिजोरम में विधानसभा चुनाव 2023 में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) ने नेता लालदुहोमा के नेतृत्व में 40 सीटों में से 27 सीट पर जीत हासिल की।
लालदुहोमा राज्यपाल हरि बाबू से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर चुके है और अब वे 8 दिसंबर 2023 शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
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मिजोरम के नए सीएम लालदुहोमा का जीवन परिचय (Mizoram New CM Lalduhoma Biography) |
लालदुहोमा कौन है? Who Is Lalduhoma
लालदुहोमा एक भारतीय राजनीतिज्ञ और वर्तमान में मिजोरम के छठे मुख्यमंत्री है।
आपको बता दूं 1972 से 1977 तक लालडुहोमा ने मिजोरम के मुख्यमंत्री के प्रधान सहायक के तौर पर काम किया था।
इससे पहले वे (साल 1977) एक भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी (IPS) थे और वे साल 1985 में इंदिरा गांधी के मुख्य सुरक्षा प्रमुख थे।
बाद में इन्होंने सुरक्षा प्रमुख का पद छोड़कर साल 1984 में मिजोरम से लोकसभा सदस्य का चुनाव लडा और कांग्रेस के टिकट से वो जीत भी गए।
लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी इसके लिए उन्हें संसद ने अयोग्य घोषित कर दिया था वे पहले सांसद थे जिन्हे दल बदल कानून के तहत अयोग्य घोषित किया गया था।
इसके अलावा लालदुहोमा 1982 एशियाई खेलों के आयोजन समिति के सचिव बने।
लालदुहोमा का जीवन परिचय | Lalduhoma Biography In Hindi
लालदुहोमा का जन्म 22 फरवरी 1949 को तुआलपुई, मिजोरम में हुआ था।
इनके पिताजी का नाम वैसंगा और माता का नाम काइचिंगी था इनके चार भाई बहनों में ये सबसे छोटे थे।
इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ख्वाज़ॉल प्राथमिक और मध्य विद्यालयों से की और चम्फाई में जीएम हाई स्कूल से मैट्रिकुलेशन पूरा किया।
इन्होंने अपनी स्नातक गौहाटी विश्वविद्यालय से की है।
लालदुहोमा का विवाद लियानसाइलोवी (पत्नी का नाम) से हुआ जिनसे उनको 2 बच्चे है जो राजधानी आइजोल के चौल्हमुन में रहते है।
उसके बाद लालदुहोमा गोवा कैडर के भारतीय पुलिस सेवा में एक अधिकारी रहे।
गोवा कैडर से वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति तक पहुंच गए।
उसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का सुरक्षा प्रमुख नियुक्त कर दिया गया।
लालदुहोमा का राजनीतिक जीवन
लालदुहोमा का राजनीतिक सफर साल 1984 से शुरू हुआ जब उन्होंने पहली बार कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की।
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लेकिन बाद में साल 1988 में उन्होंने कांग्रेस को छोड़ दिया और दलबदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य होने वाले पहले सांसद बने।
साल 2017 में उन्होंने 6 छोटे क्षेत्रीय दलों को मिलाकर जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) बनाई लेकिन 2018 के चुनाव तक पार्टी को मान्यता ना मिलने के कारण इन्होंने 38 उम्मीदवार स्वतंत्र रूप से उतारे जिनमे से 8 ने जीत हासिल की।
बाद में साल 2019 में पार्टी को मान्यता मिल गई उसके बाद 2021 में वे सेरछिप सीट से निर्दलीय से ZPM पार्टी में आ गए।
इस बार उन्हे दुबारा दल बदल कानून के तहत विधानसभा से भी अयोग्य घोषित कर दिया गया।
और अब विधानसभा चुनाव 2023 में बड़े नेता बनकर उभरे और 40 में से 27 सीट अपनी पार्टी को दिलाई।
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