चंपई सोरेन (Champai Soren) झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के उपाध्यक्ष है और सरायकेला सीट से विधायक है। वर्तमान में सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद इन्हें राज्य का 7वां मुख्यमंत्री बनाया गया है।
आज हम इनके संपूर्ण जीवन के बारे में जानेंगे जिससे आपको इनके बारे में सब कुछ पता चल जाए तो लेख को पूरा जरूर पढ़ना।
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चंपई सोरेन का जीवन परिचय झारखंड के मुख्यमंत्री |
चंपई सोरेन की जीवनी | Champai Soren Biography
चंपई सोरेन का जन्म 11 नवंबर 1956 को सेमल सोरेन (पिता) और माधो सोरेन (माता) के घर हुआ।
इनके पिताजी सेमल सोरेन एक किसान थे और माता माधो सोरेन एक ग्रहणी इनके पिताजी का निधन 2020 में 101 वर्ष की उम्र में हुआ था।
चंपई सोरेन सरायकेला खरसांवा जिले के गम्हरिया प्रखंड के जिलिंगगोड़ा गांव में रहते है।
चंपई सोरेन ने दसवीं तक की पढ़ाई की है उससे आगे वे नही पढ़े है।
चंपई सोरेन का विवाह मानको सोरेन से हुआ दोनो की 7 संताने है।
उपनाम (Nickname) | झारखंड टाइगर |
जन्मतिथि और उम्र (Date Of Birth & Age) | 11 नवंबर 1956 (67 वर्ष) |
पिताजी का नाम (Father Name) | सेमल सोरेन |
माता का नाम (Mother Name) | माधो सोरेन |
पत्नी का नाम (Wife Name) | मानको सोरेन |
संतान (Children) | 7 |
हेमंत सोरेन से रिश्ता | दोस्त का |
शैक्षणिक योग्यता (Education Qualification) | दसवीं |
चंपई सोरेन का राजनीतिक जीवन | Political Career
- 1991 के चुनाव में पहली बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की।
- उसके बाद झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) पार्टी से जुड़े और 1995 के चुनाव में फिर से जीत हासिल की।
- साल 2005 से लगातार सरायकेला से विधायक का चुनाव जीतते आ रहें है।
- भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार में भी ऐक बार मंत्री रह चुके है (11 सितंबर 2010 से 28 जनवरी 2013 तक केबिनेट मंत्री रहे।
- झारखंड मुक्ति मोर्चा हेमंत सोरेन की सरकार में भी रहें है मंत्री (13 जुलाई 2013 से 28 दिसंबर 2014 तक हेमंत सरकार में खाद्य व नागरिक आपूर्ति और परिवहन विभाग के केबिनेट मंत्री रहे।
- उसके बाद साल 2019 में परिवहन, एससी एसटी और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बनें।
- इन्होंने जब बिहार और झारखंड का बंटवारा हुआ तब सीबू सोरेन के साथ अहम भूमिका निभाई थी।