- उदय बाव या उदय बावड़ी राजस्थान के डूंगरपुर में स्थित है।
- इसका निर्माण डूंगरपुर के तत्कालीन महारावल उदय सिंह ने सन् 1880 ई. में करवाया।
- डूंगरपुर के लोग इस बावड़ी को एक वरदान मानते है क्योंकि यह कितना ही सूखा पड़ जाए गर्मी सर्दी कभी नहीं सूखती है।
उदय बावड़ी का इतिहास
उदय बाव का निर्माण महारावल उदय सिंह जी ने करवाया जिसके कारण इसको अपना नाम मिला।
किवदंतियां है कि उस समय घाटी उदयपुर शहर के लिए प्रवेश का दरवाजा था जिसके कारण यहां उदय सिंह जी की सेनाएं और उनका परिवार रहता था।
उसके अलावा यहां पर कई छोटी बड़ी बस्तियां भी बसाई गई थी और यहां सूखे की बहुत ज्यादा समस्या थी।
और ऐसा कहा जाता है कि जब से उदय सिंह जी ने इस बावड़ी को बनवाया तब से लेकर आजतक इसका पानी नहीं सुखा है।
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